​Jaunpur : शासन-प्रशासन उठाये ठोस कदम, अन्यथा किसान सड़कों पर उतरने को होंगे बाध्य: अजीत


जर्जर टाईवीर नाला पुलिया के लिये किसान संगठन ने पीडी को सौंपा पत्रक
दुर्घटना सम्भावित क्षेत्र का बोर्ड, इमरजेंसी इत्यादि एक किलोमीटर लगे पहले
चन्दवक, जौनपुर। एक मशहूर गीत 'अपने लिए जिए तो क्या जिए, तू जी ए दिल जमाने के लिए' इस गीत की लाइन क्षेत्र के बोड़सर गांव निवासी किसान नेता अजीत सिंह डोभी पर सटीक बैठती है जिन्होंने क्षेत्र में अपने समाजसेवा के बदौलत अपनी एक अलग पहचान बनाई है। इस बार चर्चा विशेष इसलिए है कि जहां जनप्रतिनिधि व जिम्मेदार कुंभकर्णी नींद में सोए हुए हैं तो वहीं किसान नेता अजीत सिंह डोभी ने अपनी कमर एक बार फिर कस कर मैदान में ताल ठोंक दिए है।
इस बार जौनपुर राष्ट्रीय राजमार्ग के केराकत औरी गांव के समीप टाईबीर नाला के जर्जर हुई पुलिया के अतिशीघ्र निर्माण के लिए पूर्वांचल किसान संगठन के सदस्यों के अध्यक्ष किसान नेता अजीत सिंह की नेतृत्व में जिला सभागार में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक प्रवीण कटिहार को ज्ञापन सौंप चेतावनी दी कि जब तक टाईवीर पुलिया का निर्माण नहीं हो जाता है तब तक कम से कम वहां पर ब्रेकर, दुर्घटना संभावित क्षेत्र का बोर्ड, इमरजेंसी इंडिकेशन रेडियम इत्यादि एक किलोमीटर पहले ही लगा दिया जाय जिससे दुर्घटना ना हो और जान माल की सुरक्षा सुनिश्चित किया जा सके। अगर यह कार्य एक सप्ताह के अंदर शासन प्रशासन द्वारा नहीं किया गया तो किसान सड़कों पर उतरने के लिए बाध्य हो जायेंगे जिसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की होगी।
आरोप है कि गाड़ियां जब भी लोहे के पिलर से टकराती हैं तो पिलर मुड़ जाता है या टूट जाता है। उसके बाद वहां दोबारा लोहे का पिलर लगा दिया जा रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर टोल प्लाजा चला दिया गया लेकिन मरम्मत के नाम पर कुछ भी कार्य नहीं किया गया। ऐसे में अगर दुर्घटना होती है तो मृतक परिवार को एक करोड़ व जिनका अंग भंग हो जाता है, उसको 25 लाख रुपए दिए जाने के संबंध में भी पत्रक सड़क एवं परिवहन मंत्रालय के मुख्य कार्यालय दिल्ली को सौंपा गया है। इस अवसर पर सूर्यनाथ सिंह, मनोज पांडेय, राज बहादुर यादव, ओम प्रकाश सिंह, राम भरत गुप्ता, रोहित सिंह समेत तमाम लोग मौजूद रहे।

0 Comments

Post a Comment

Post a Comment (0)

Previous Post Next Post