​हज़रत मोहम्मद के बताये हुए रास्तों पर चलें : मौलाना | Sanchar Setu


ऑल यूपी तरही नज़्म ख़्वानी का हुआ आयोजन
जौनपुर। नगर के मोहल्ला ख़्वाजगी टोला में बीती रात डॉ. अब्दुस्सलाम नदवी, मरहूम अब्दुर रउफ, मोहम्मद तय्यब की याद में जलसा ए सीरतुन्नबी स.अ.व व चौथा ऑल यूपी तरही नज़्म ख़्वानी मुज़ाहरा का आयोजन अंजुमन पैग़ाम ए इस्लाम ख़्वाजगी टोला द्वारा डॉ. आसिफ़ नदीम की सरपरस्ती एवं एडवोकेट सद्दाम हुसैन अध्यक्ष मरकज़ी सीरत कमेटी की अध्यक्षता में किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. सरफ़राज़ अहमद खान चेयरमैन प्रतिनिधि नगर पंचायत जफराबाद उपस्थित रहे।
मौलाना वसीम अहमद शेरवानी ज़िलाध्यक्ष जमीयत उलमा ए हिन्द जौनपुर ने कहा कि हज़रत मोहम्मद स.अ.व. से सच्ची अक़ीदत व मोहब्बत तब होगी जब हम उनके बताये हुए रास्तों पर चलेंगे। हमारे नबी अपने जानी दुश्मनों को भी दिल से माफ़ कर दिया करते थे और लोगों की हमेशा मदद करते थे। हम सभी उनके उम्मती हैं, इसलिये हमारी भी जिम्मेदारी है कि हम सभी वही काम करें, जिसका हमारे नबी ने आदेश दिया है।
उसके बाद ऑल यूपी तरही नज़्म ख़्वानी का सिलसिला आरंभ किया गया जिसके लिये क़ारी सुफ़ियान ने 'विलायत का तसलसुल आज तक क़ायम है हैदर से' मिसरा ए तरह दिया था जिस पर समस्त अंजुमनों ने अपना अपना कलाम पेश किया। नज़्म ख़्वानी में कुल 22 अंजुमनों ने भाग लिया जिसमें से 14 स्थानीय और 8 बाहरी अंजुमनों ने शिरकत किया। सबसे पहले अंजुमन इदरीसीया अर्ज़न ने अपना कलाम पेश करके नज़्म ख़्वानी की शुरुआत किया। कलाम को जांचने और परखने के लिये जज बराय कलाम असलम जलालपुरी, जज बराय तरन्नुम नज़र बनारसी, जज बराय तलफ़्फ़ुज़ हाफ़िज़ शमसाद, जज बराय मीज़ान कमालुद्दीन अंसारी उपस्थित रहे।
नज़्म ख़्वानी में प्रथम पुरस्कार अंजुमन सिद्दीकिया मछलीशहर, द्वितीय पुरस्कार अंजुमन चारयारी बड़ी मस्जिद, तृतीय पुरस्कार अंजुमन आशिकान ए हुज़ूरी अम्बेडकरनगर ने प्राप्त किया। इसके अतिरिक्त समस्त भाग लेने वाली अंजुमनों को मसावी इनआम से भी नवाज़ा गया। संचालन अरशद रज़ा सिवानी व मास्टर शमीम ने संयुक्त रूप से किया। अंत में कंवीनर फैज़ान अहमद ने समस्त अंजुमनों व अतिथियों का शुक्रिया अदा किया। इस अवसर पर इमरान अहमद, मज़हर आसिफ़, अलमास अहमद सिद्दीक़ी, अबुज़र शेख़, हफ़ीज़ शाह, जमाल हाशमी, मोहम्मद ज़ीशान, अज़हरुद्दीन, मोहम्मद यासिर, मोहम्मद रिज़वान, मोहम्मद उज़ैर, मोहम्मद बेलाल, इंजी. ज़ीशान राईन समेत भारी संख्या में श्रोता उपस्थित रहे।

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