राष्ट्रीय सेवा योजना से राष्ट्रीय सेवा का भाव जागृत होता है- डॉ0 अलकेश्वरी सिंह। Sanchar Setu





जलालपुर, जौनपुर। बयालसी पीजी कॉलेज जलालपुर के राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर का रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ समापन हुआ। 
इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय के प्राचार्य डा. अलकेश्वरी सिंह, डॉ. बृजेश कुमार मिश्रा, कृष्ण कुमार सिंह, प्रकाश चन्द्र कसेरा, अनिल कुमार, कार्यक्रम अधिकारी जगत नारायण सिंह ग्राम प्रधान बीबनमऊ, महिमापुर के द्वारा मां सरस्वती, स्वामी विवेकानंद महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर और दीप प्रज्ज्वलन कर सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत हुई। सरस्वती वंदना कुलगीत और स्वागत गीत के साथ अन्य कार्यक्रम स्वयंसेवक स्वयंसेविकाओं द्वारा और प्राथमिक विद्यालय के नन्हे मुन्ने बच्चों के द्वारा प्रस्तुत किए गए। यह सांस्कृतिक कार्यक्रम अत्यंत मनमोहक और अद्भुत रहा। 
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्य ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा स्वयंसेवक स्वयंसेविकाओं में राष्ट्रीय सेवा का भाव जागृत होता है। राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों का बोध होता है। अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए हम समाज में लोगों का सहयोग करके परोपकार कर सकते हैं। उन्होंने स्वयंसेवकों द्वारा चलाए गए जल संरक्षण अभियान पर्यावरण संरक्षण अभियान बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान स्वच्छता अभियान आदि की प्रशंसा की और आशीर्वाद प्रदान किया। डॉ. बृजेश कुमार मिश्रा ने कहा कि स्वयंसेवकों के द्वारा शिविर में अनुशासित तरीके से रहते हुए इनके द्वारा किए गए कार्यों को छोटा नहीं कहा जा सकता। इन्होंने राष्ट्र निर्माण और उसके विकास में अपना योगदान दे सकते हैं। सशक्त राष्ट्र की शुरुआत समाज में लोगों की मदद करके अपना योगदान कर सकते हैं। उन्होंने बच्चों के रचनात्मक कार्यों को देखते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाभी की। 
डॉ. अंशुमान सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा हम पर्यावरण का संरक्षण कर सकते हैं। प्लास्टिक के उपयोग पर अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि प्लास्टिक से बनी वस्तुएं, प्लास्टिक के थैले का हम कम से कम उपयोग करें जिससे हमारा पर्यावरण सुरक्षित रह सके। श्री कृष्णा सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त करके अपने व्यक्तित्व के विकास में अपना योगदान कर सकते हैं। इससे उनके अंदर नैतिक गुणों का परिष्कार होता है और वह समाज के जिम्मेदार नागरिक बनकर समाज की सेवा में अपना अमूल योगदान दे सकते हैं। 
बच्चों के द्वारा और स्वयंसेवकों के द्वारा अनेक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम नाट्य मंचन नृत्य ग्रुप डांस देशभक्ति गीत बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ पर नाट्यमंचन पर्यावरण संरक्षण आदि से संबंधित अनेक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए जिसे विशेष शिविर का यह अंतिम दिन समापन सत्र बहुत ही अद्भुत तरीके से शानदार तरीके से संपन्न हुआ। 
कार्यक्रम में मौके पर ग्राम प्रधान ज्ञान दास मौर्य और ग्राम प्रधान महिमापुर श्रवण कुमार गुप्ता चिंटू, प्राथमिक विद्यालय के प्राध्यापक, प्रधानाध्यापक, शिक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकत्री और प्यारे नन्हे मुन्ने बच्चे, सम्मानित ग्रामवासी विशिष्ट अतिथि आदि उपस्थित रहे। 
महाविद्यालय की प्राचार्य और प्रधान द्वय  के द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वयंसेवक स्वयंसेविकाओं को गोल्ड मेडल देकर उन्हें सम्मानित किया गया। प्राथमिक विद्यालय बीबनमऊ की बच्चियों के द्वारा महाविद्यालय के प्राचार्य को बुके देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम अधिकारी जगत नारायण सिंह ने सभी आगंतुकों एवं महाविद्यालय की प्राचार्य अलकेश्वरी सिंह और कार्यक्रम में आए हुए सभी अतिथियों का, विशिष्ट जनों का आभार व्यक्त किया। साथ ही साथ राष्ट्रीय सेवा योजना सात दिवसीय विशेष शिविर की कार्यक्रम आख्या भी प्रस्तुत किया। संचालन कार्यक्रम 

0 Comments

Post a Comment

Post a Comment (0)

Previous Post Next Post