केराकत, जौनपुर। जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चंद्र ने शासकीय कार्यों हेतु ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण के दौरान आकस्मिक रूप से तहसील केराकत के ग्राम अहन के निवासी प्रगतिशील कृषक सुरेंद्र यादव के खेत को देखा जहां नेपियर घास की खेती की गई थी।
कृषक सुरेंद्र यादव ने चारा प्रबंधन के क्षेत्र में एक अभिनव प्रयास किया है। सुरेंद्र यादव ने बताया कि नेपियर घास की खेती कर हरे चारे के प्रबंधन के रूप में उपयोग से पशुपालन तथा कृषि के क्षेत्र में उनकी आय में लगभग 4 गुणा की वृद्धि हुई है। जिलाधिकारी ने किसान की इस पहल की सराहना किया करते हुये घर की मुखिया उनकी वयोवृद्ध माताजी सहित किसान सुरेंद्र को अंगवस्त्रम देकर सम्मान भी किया।
इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि विगत कई वर्षों से मुख्यमंत्री जी की प्रेरणा से गोवंशों को निरंतर हरा चारा मिल सके, इसके प्रबंधन हेतु शासन द्वारा निर्देशित किया जाता रहा है। इस कार्य को कई कृषक अपना भी रहे हैं। इसी क्रम में कृषक सुरेंद्र यादव का अभिनव प्रयास इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है। उन्होंने जनपद के सभी किसानों से अपील किया कि सभी किसान अपने पशुओं के लिए हरे चारे के रूप में नेपियर घास की खेती को अपनाएं। इसमें प्रोटीन तथा फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है तथा साल में 5 से 6 बार हम इसे काट भी सकते हैं। पशुओं को हरा चारा देकर हम उन्हें स्वस्थ रख सकते हैं तथा अपनी आय को भी बढ़ा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि सभी गौशालाओं में निराश्रित गोवंशों हेतु नेपियर घास का रोपण कर हरा चारा दिलाया जा सके। उन्होंने अन्य किसानों को भी सुरेंद्र यादव जी से बीज लेने की अपील करते हुये खंड विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि उक्त किसान से बीज लेकर अन्य जगहों पर इसका रोपण कराना सुनिश्चित करें। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी केराकत सुनील भारती सहित राजस्व विभाग से संबंधित अधिकारीगण, कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
कृषक सुरेंद्र यादव ने चारा प्रबंधन के क्षेत्र में एक अभिनव प्रयास किया है। सुरेंद्र यादव ने बताया कि नेपियर घास की खेती कर हरे चारे के प्रबंधन के रूप में उपयोग से पशुपालन तथा कृषि के क्षेत्र में उनकी आय में लगभग 4 गुणा की वृद्धि हुई है। जिलाधिकारी ने किसान की इस पहल की सराहना किया करते हुये घर की मुखिया उनकी वयोवृद्ध माताजी सहित किसान सुरेंद्र को अंगवस्त्रम देकर सम्मान भी किया।
इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि विगत कई वर्षों से मुख्यमंत्री जी की प्रेरणा से गोवंशों को निरंतर हरा चारा मिल सके, इसके प्रबंधन हेतु शासन द्वारा निर्देशित किया जाता रहा है। इस कार्य को कई कृषक अपना भी रहे हैं। इसी क्रम में कृषक सुरेंद्र यादव का अभिनव प्रयास इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है। उन्होंने जनपद के सभी किसानों से अपील किया कि सभी किसान अपने पशुओं के लिए हरे चारे के रूप में नेपियर घास की खेती को अपनाएं। इसमें प्रोटीन तथा फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है तथा साल में 5 से 6 बार हम इसे काट भी सकते हैं। पशुओं को हरा चारा देकर हम उन्हें स्वस्थ रख सकते हैं तथा अपनी आय को भी बढ़ा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि सभी गौशालाओं में निराश्रित गोवंशों हेतु नेपियर घास का रोपण कर हरा चारा दिलाया जा सके। उन्होंने अन्य किसानों को भी सुरेंद्र यादव जी से बीज लेने की अपील करते हुये खंड विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि उक्त किसान से बीज लेकर अन्य जगहों पर इसका रोपण कराना सुनिश्चित करें। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी केराकत सुनील भारती सहित राजस्व विभाग से संबंधित अधिकारीगण, कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
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