जौनपुर। नगर के रूहट्टा में सिद्धी एकेडमी के द्वितीय ब्रांच का शुभारंभ हुआ जहां बतौर मुख्य अतिथि श्री दुर्गा पूजा महासमिति के पूर्व अध्यक्ष विजय सिंह बागी ने कहा कि आत्मरक्षा के लिए ताइक्वांडों सीखना जरूरी है। खासकर माता-पिता को चाहिए कि अपनी बच्चियों को ताइक्वांडों का प्रशिक्षण दिलवायें, ताकि वह विषम परिस्थितियों में अपनी आत्मरक्षा कर सके। उन्होंने आगे कहा कि ताइक्वांडो लड़के और लड़कियों को प्रभावी आत्मरक्षा की तकनीकें सिखाता है जिससे वे स्वयं की रक्षा कर सकें। ताइक्वांडो से बच्चों में आत्मविश्वास और मानसिक दृढ़ता मजबूत होती है। खासकर लड़कियों को आत्मरक्षा कौशल सीखने से वह अधिक सुरक्षित और सशक्त महसूस करती हैं।
इसी क्रम में विशिष्ट अतिथि गुरुनाथ यादव ने कहा कि ताइक्वांडो भी एक तरह का व्यायाम है जो शरीर को शक्तिशाली, लचीलापन, संतुलित, गति और सहनशील बनाता है। ताइक्वांडो के नियमित प्रशिक्षण से मांसपेशियों का विकास होता है। हमारे हृदय का भी स्वास्थ्य बेहतर होता है और शरीर स्वस्थ रहता है। यह लड़कियों को सक्रिय रहने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करता है। वहीं विशिष्ट अतिथि क्षमा सिंह ने कहा कि अनुशासन, सम्मान, धैर्य, आत्म-नियंत्रण जैसे महत्वपूर्ण मूल्यों को ताइक्वांडो बढ़ावा देता है। लक्ष्य निर्धारित करने और उन्हें प्राप्त करने की प्रक्रिया लड़कियों में दृढ़ता और आत्मविश्वास का निर्माण करती है। विशिष्ट अतिथि विकास यादव ने प्रशिक्षण के दौरान एकाग्रता और ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता मानसिक स्पष्टता और फोकस में सुधार करती है।
एकेडमी की डायरेक्टर श्वेता सिंह एवं प्रशिक्षक शिवम कौशिक ने अतिथियों का आभार प्रकट किया। साथ ही श्वेता जी ने कहा कि ताइक्वांडो कक्षाएं एक सहायक और सकारात्मक वातावरण प्रदान करती हैं जहां लड़कियां खुद को अभिव्यक्त कर सकती हैं और अपनी क्षमताओं पर विश्वास कर सकती हैं। ताइक्वांडो लड़कियों को न केवल शारीरिक रूप से मजबूत बनाता है, बल्कि मानसिक रूप से भी सशक्त बनाता है, उन्हें आत्मरक्षा कौशल सिखाता है, आत्मविश्वास बढ़ाता है और एक सकारात्मक समुदाय का हिस्सा बनने का अवसर प्रदान करता है। इस दौरान सभी बच्चों ने अपना प्रदर्शन किया और आत्मरक्षा कैसे करें, यह दिखाया गया। सत्यदेव सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। अतिथियों ने सभी खिलाड़ियों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर अस्मी चौहान, अंश सिंह, अनंत मौर्या, अनन्या मौर्या, बुद्धांश, यश, विनायक विक्रम सिंह, सिद्धी, शिवांश, सान्वी, अद्रिती, शुभ्रा, प्रज्ञा, चांदनी, प्रियल, अव्या, आर्या, प्रियांशु कुशवाहा, प्रतीक, रूद्रांश, आशा सहित तमाम खिलाड़ी एवं खेलप्रेमी मौजूद रहे।
इसी क्रम में विशिष्ट अतिथि गुरुनाथ यादव ने कहा कि ताइक्वांडो भी एक तरह का व्यायाम है जो शरीर को शक्तिशाली, लचीलापन, संतुलित, गति और सहनशील बनाता है। ताइक्वांडो के नियमित प्रशिक्षण से मांसपेशियों का विकास होता है। हमारे हृदय का भी स्वास्थ्य बेहतर होता है और शरीर स्वस्थ रहता है। यह लड़कियों को सक्रिय रहने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करता है। वहीं विशिष्ट अतिथि क्षमा सिंह ने कहा कि अनुशासन, सम्मान, धैर्य, आत्म-नियंत्रण जैसे महत्वपूर्ण मूल्यों को ताइक्वांडो बढ़ावा देता है। लक्ष्य निर्धारित करने और उन्हें प्राप्त करने की प्रक्रिया लड़कियों में दृढ़ता और आत्मविश्वास का निर्माण करती है। विशिष्ट अतिथि विकास यादव ने प्रशिक्षण के दौरान एकाग्रता और ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता मानसिक स्पष्टता और फोकस में सुधार करती है।
एकेडमी की डायरेक्टर श्वेता सिंह एवं प्रशिक्षक शिवम कौशिक ने अतिथियों का आभार प्रकट किया। साथ ही श्वेता जी ने कहा कि ताइक्वांडो कक्षाएं एक सहायक और सकारात्मक वातावरण प्रदान करती हैं जहां लड़कियां खुद को अभिव्यक्त कर सकती हैं और अपनी क्षमताओं पर विश्वास कर सकती हैं। ताइक्वांडो लड़कियों को न केवल शारीरिक रूप से मजबूत बनाता है, बल्कि मानसिक रूप से भी सशक्त बनाता है, उन्हें आत्मरक्षा कौशल सिखाता है, आत्मविश्वास बढ़ाता है और एक सकारात्मक समुदाय का हिस्सा बनने का अवसर प्रदान करता है। इस दौरान सभी बच्चों ने अपना प्रदर्शन किया और आत्मरक्षा कैसे करें, यह दिखाया गया। सत्यदेव सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। अतिथियों ने सभी खिलाड़ियों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर अस्मी चौहान, अंश सिंह, अनंत मौर्या, अनन्या मौर्या, बुद्धांश, यश, विनायक विक्रम सिंह, सिद्धी, शिवांश, सान्वी, अद्रिती, शुभ्रा, प्रज्ञा, चांदनी, प्रियल, अव्या, आर्या, प्रियांशु कुशवाहा, प्रतीक, रूद्रांश, आशा सहित तमाम खिलाड़ी एवं खेलप्रेमी मौजूद रहे।
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