केराकत, जौनपुर। स्थानीय थानान्तर्गत ग्राम गौसपुर मनियरा में दबंग द्वारा एक व्यक्ति की जमीन पर जबरदस्ती बनायी गयी चहारदीवारी को उच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में तहसील प्रशासन ने ध्वस्त करा दिया। बताते हैं कि कुछ वर्ष पूर्व एक जमीन विवाद को लेकर उपजिलाधिकारी न्यायालय में धारा 24 के तहत एक वाद सुशील कुमार राम द्वारा दाखिल किया गया था जिसमें उपजिलाधिकारी न्यायालय के आदेश पर राजस्व विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर पक्की पैमाइश करके पत्थर गड्डी करा दिया था लेकिन विपक्षी प्रमिला आदि ने उक्त पत्थरगड्डी को धता बताकर जबरदस्ती चहारदीवारी बना लिया जिसको सुशील कुमार ने न्याय न मिलता देखकर उच्च न्यायालय प्रयागराज के यहां दावा किया जिसको लेकर न्यायालय द्वारा उपजिलाधिकारी केराकत को आदेशित किया गया कि त्वरित कार्रवाई की जाय लेकिन उसके बाद भी तहसील प्रशासन द्वारा उच्च न्यायालय के आदेश की अनदेखी किया गया जिसको उच्च न्यायालय ने संज्ञान लेकर न्यायालय की अवमानना मानते एसडीएम को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया जिसको लेकर तहसील प्रशासन हरकत में आ गया। उपजिलाधिकारी सुनील कुमार भारती के निर्देशन में तहसील के तीनों नायब तहसीलदार हुसैन अहमद, अमित कुमार सरोज व प्रमोद कुमार यादव ने राजस्व निरीक्षक हनुमंत तिवारी ने हल्का लेखपाल नरेन्द्र कुमार यादव के साथ पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंचकर अवैध रूप से निर्मित चहारदीवारी को ध्वस्तीकरण करके पत्थरगड्डी करा दिया।
केराकत, जौनपुर। स्थानीय थानान्तर्गत ग्राम गौसपुर मनियरा में दबंग द्वारा एक व्यक्ति की जमीन पर जबरदस्ती बनायी गयी चहारदीवारी को उच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में तहसील प्रशासन ने ध्वस्त करा दिया। बताते हैं कि कुछ वर्ष पूर्व एक जमीन विवाद को लेकर उपजिलाधिकारी न्यायालय में धारा 24 के तहत एक वाद सुशील कुमार राम द्वारा दाखिल किया गया था जिसमें उपजिलाधिकारी न्यायालय के आदेश पर राजस्व विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर पक्की पैमाइश करके पत्थर गड्डी करा दिया था लेकिन विपक्षी प्रमिला आदि ने उक्त पत्थरगड्डी को धता बताकर जबरदस्ती चहारदीवारी बना लिया जिसको सुशील कुमार ने न्याय न मिलता देखकर उच्च न्यायालय प्रयागराज के यहां दावा किया जिसको लेकर न्यायालय द्वारा उपजिलाधिकारी केराकत को आदेशित किया गया कि त्वरित कार्रवाई की जाय लेकिन उसके बाद भी तहसील प्रशासन द्वारा उच्च न्यायालय के आदेश की अनदेखी किया गया जिसको उच्च न्यायालय ने संज्ञान लेकर न्यायालय की अवमानना मानते एसडीएम को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया जिसको लेकर तहसील प्रशासन हरकत में आ गया। उपजिलाधिकारी सुनील कुमार भारती के निर्देशन में तहसील के तीनों नायब तहसीलदार हुसैन अहमद, अमित कुमार सरोज व प्रमोद कुमार यादव ने राजस्व निरीक्षक हनुमंत तिवारी ने हल्का लेखपाल नरेन्द्र कुमार यादव के साथ पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंचकर अवैध रूप से निर्मित चहारदीवारी को ध्वस्तीकरण करके पत्थरगड्डी करा दिया।
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