केराकत, जौनपुर। क्षेत्राधिकारी केराकत अजीत कुमार ने कहा कि गलत बातों के सहन करने से समस्याएं उत्पन्न होती हैं। बदलाव के लिए आवाज बुलंद करना जरूरी है। डॉ. राम मनोहर लोहिया राजकीय महाविद्यालय मुफ्तीगंज में मिशन शक्ति फेज-5 के तहत चुप्पी तोड़ने के लिए आयोजित जागरूकता गोष्ठी को वह बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। सीओ श्री कुमार ने कहा कि साइबर क्राइम करने वालों कैसे निपटा जा सकता है, इसके लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे फेसबुक इंस्टाग्राम आदि पर गंभीरतापूर्वक एकाउंट बनाना तथा कम से कम चीजों को शेयर करने की आवश्यकता है। केराकत कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अवनीश कुमार राय ने कहा कि अपनी भावनाओं का व्यक्त से समस्याओं का समाधान संभव हो सकता है। संचालन करते हुए मिशन शक्ति प्रभारी डॉ. नेहा कन्नौजिया ने आह्वान किया कि आप विचार करें कि आखिरकार बदलते वक्त के साथ ऐसा क्या हो गया कि पुरातन वैदिक कालीन समाज में जब महिलाओं की स्थिति अच्छी कही जाती थी। आज उनके लिए आवाज बुलंद करने की बात की जा रही है। प्राचार्य प्रो. धर्मेन्द्र कुमार द्विवेदी ने कहा कि बदलते परिवेश में छात्राओं के साथ छात्रों का भी दायित्व बनता है कि वे अगली पीढ़ी को वह क्या देना चाहते हैं जिस तरह का उनका व्यवहार होगा उसी तरह का व्यवहार आगे आने वाली पीढ़ी से भी होगा। महिलाओं को जहां अपनी बात कहनी चाहिए। वहीं पुरुष को भी चाहिए कि महिलाओं की बातों को सुने और उसपर विचार करें। आज नारी को खुद अपने हक अधिकार को लेकर जागरूक होना पड़ेगा। इस अवसर पर चौकी प्रभारी युगल किशोर राय, सब इन्सपेक्टर चिन्ता राय ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में कामना, हिमांशु, जानकी, आराधना, अर्पिता, विनोद व रवि आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
केराकत, जौनपुर। क्षेत्राधिकारी केराकत अजीत कुमार ने कहा कि गलत बातों के सहन करने से समस्याएं उत्पन्न होती हैं। बदलाव के लिए आवाज बुलंद करना जरूरी है। डॉ. राम मनोहर लोहिया राजकीय महाविद्यालय मुफ्तीगंज में मिशन शक्ति फेज-5 के तहत चुप्पी तोड़ने के लिए आयोजित जागरूकता गोष्ठी को वह बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। सीओ श्री कुमार ने कहा कि साइबर क्राइम करने वालों कैसे निपटा जा सकता है, इसके लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे फेसबुक इंस्टाग्राम आदि पर गंभीरतापूर्वक एकाउंट बनाना तथा कम से कम चीजों को शेयर करने की आवश्यकता है। केराकत कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अवनीश कुमार राय ने कहा कि अपनी भावनाओं का व्यक्त से समस्याओं का समाधान संभव हो सकता है। संचालन करते हुए मिशन शक्ति प्रभारी डॉ. नेहा कन्नौजिया ने आह्वान किया कि आप विचार करें कि आखिरकार बदलते वक्त के साथ ऐसा क्या हो गया कि पुरातन वैदिक कालीन समाज में जब महिलाओं की स्थिति अच्छी कही जाती थी। आज उनके लिए आवाज बुलंद करने की बात की जा रही है। प्राचार्य प्रो. धर्मेन्द्र कुमार द्विवेदी ने कहा कि बदलते परिवेश में छात्राओं के साथ छात्रों का भी दायित्व बनता है कि वे अगली पीढ़ी को वह क्या देना चाहते हैं जिस तरह का उनका व्यवहार होगा उसी तरह का व्यवहार आगे आने वाली पीढ़ी से भी होगा। महिलाओं को जहां अपनी बात कहनी चाहिए। वहीं पुरुष को भी चाहिए कि महिलाओं की बातों को सुने और उसपर विचार करें। आज नारी को खुद अपने हक अधिकार को लेकर जागरूक होना पड़ेगा। इस अवसर पर चौकी प्रभारी युगल किशोर राय, सब इन्सपेक्टर चिन्ता राय ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में कामना, हिमांशु, जानकी, आराधना, अर्पिता, विनोद व रवि आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
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