जौनपुर। फेडरेशन ऑफ मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (FMRAI) 1963 से हमारे देश में सेल्स प्रमोशन कर्मचारियों का एकमात्र अखिल भारतीय संघ है। हम केंद्र सरकार द्वारा श्रम पर गठित सेल्स प्रमोशन कर्मचारियों के लिए औद्योगिक त्रिपक्षीय समिति का हिस्सा हैं। इसके सदस्यों ने लगातार भारतीय फार्मा उद्योग की आत्मनिर्भरता और लोगों के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों को उठाया है।
देश भर के लाखों सेल्स प्रमोशन कर्मचारियों की ओर से न्यायोचित मांगें रखी गई, लेकिन दुख की बात है कि कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
हम एक बार फिर अपने देश के लाखों सेल्स प्रमोशन कर्मचारियों की मांगों को आपके समक्ष रखते हैं,
ताकि आप उन पर विचार करें और मेहनतकश श्रमिकों को राहत देने के लिए आवश्यक कार्रवाई करें।
1) 10 अगस्त, 2017 को श्रम शक्ति भवन, नई दिल्ली में आयोजित औद्योगिक त्रिपक्षीय बैठक में सहमति के अनुसार और हमारी यूनियन एफएमआरएआई द्वारा सुझाए गए आवश्यक संशोधनों के अनुसार बिक्री संवर्धन कर्मचारियों के लिए कार्य नियमों को अधिसूचित करना।
2) "बिक्री संवर्धन कर्मचारी (सेवा की शर्तें) अधिनियम, 1976 और उसके नियमों" की रक्षा करना, जिन्हें "व्यावसायिक सुरक्षा स्वास्थ्य और कार्य शर्तें संहिता, 2020" के प्रख्यापन के माध्यम से निरस्त किया जा रहा है और इस प्रकार बिक्री संवर्धन कर्मचारियों पर लागू सभी कानूनी प्रावधान जारी रहेंगे।
3) चार नए श्रम संहिताओं के नियमों को अधिसूचित न करना, जैसा कि मीडिया के माध्यम से बताया जा रहा है। 4) औद्योगिक विवाद अधिनियम 1947 की धारा 2j ii (बी) का संरक्षण और अधिसूचना, जिससे संबंधित बिक्री को रोका जा सके।
उत्पीड़न और उत्पीड़न_
चूंकि केंद्र सरकार द्वारा इन मांगों का निवारण नहीं किया गया है, इसलिए हमारा संगठन 22 नवंबर, 2024 को नई दिल्ली में एक शांतिपूर्ण रैली और प्रदर्शन करने के लिए बाध्य हुआ, ताकि केंद्र सरकार का ध्यान आकर्षित किया जा सके। इसी संदर्भ में आज 22 नवंबर, शुक्रवार को जिलाधिकारी प्रतिनिधि के माध्यम से केंद्र सरकार को ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें यू.पी.एम.एस.आर.ए. जौनपुर से विशाल साहू, रवि सिंह, आकाश साहू,अनूप श्रीवास्तव,विकास सिंह, आदित्य सिंह, मृत्युंजय सिंह, प्रवीण मिश्रा, रत्नेश सिंह, शैलेन्द्र मौर्य, सुनील प्रजापति आदि प्रमुख रूप से उपस्थि रहे।
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