न्यायिक कार्य से विरत रहे अधिवक्ता
अधिवक्ताओं ने अधिवक्ता को फर्जी मुकदमें से बरी किए जाने की मांग कीमछलीशहर, जौनपुर। तहसील अधिवक्ता के विरुद्ध कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज करने पर अधिवक्ता आक्रोशित हो गए। अधिवक्ताओं ने तहसील में हंगामा किया। आकस्मिक बैठक कर न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया। बताते हैं कि कस्बाघिसुआखास की जमीन की पत्थरगड्डी के मामले में मुकदमें में पैरवी करने वाले तहसील अधिवक्ता वीरेंद्र कुमार मौर्य के विरुद्ध कोतवाली में भारतीय न्याय संहिता की धारा 326(ई), 351(3), 126 (2) के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया। इसकी सूचना पाकर अधिवक्ता फर्जी ढंग से मुकदमा दर्ज होने का आरोप लगाते हुए आक्रोशित हो गए और तहसील में नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कुमार सौरभ को ज्ञापन देकर फर्जी मुकदमें को वापस किए जाने की मांग की। आकस्मिक बैठक कर न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया। इस अवसर पर अधिवक्ता संघ के महामंत्री वेद प्रकाश श्रीवास्तव, वरिष्ठ अधिवक्ता केदार नाथ यादव, आरपी सिंह, राज कुमार पटवा, आलोक विश्वकर्मा, हरि शंकर यादव, अशोक श्रीवास्तव, सरजू प्रसाद बिंद, इंदू प्रकाश सिंह, बृजेश श्रीवास्तव, रघुनाथ प्रसाद, जितेंद्र श्रीवास्तव, प्रेम बिहारी यादव सहित सभी अधिवक्ता उपस्थित थे।
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