घटना के 10वें दिन शव बरामद कर सकी पुलिस
शिवशंकर दुबे
खुटहन, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के बिशुनपुर ग्राम पंचायत के मलूकपुर गांव में खेत की सिंचाई करते समय फसल सुरक्षा के लिए विद्युत करंट प्रवाहित नंगे तार के बाढ़ की चपेट में आकर मृत दंपति के मामले में घटना के 10वें दिन पुलिस ने पति का भी शव सरपतहां क्षेत्र के अढ़नपुर तिवारी बस्ती के पास सेवईनाले के पास से बरामद कर लिया है। पत्नी का नौवें दिन शव की बरामदगी के 24 घंटे के भीतर पुलिस ने पति का भी शव बरामद कर लिया। आवश्यक कार्रवाई के बाद शव को पीएम के लिए भेज दिया गया। घटना में पुलिस ने बगल के 4 चकदारों के खिलाफ अपहरण और हत्या का केस दर्ज कर एक आरोपित को जेल भी भेज दिया है लेकिन शव बरामद करना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था। बताते हैं कि गांव निवासी 58 वर्षीय रामचरित्तर गौतम अपनी 56 वर्षीया पत्नी किस्मत्ती देवी के साथ गत 5 जनवरी को घर से लगभग 400 मीटर दूर खेत में सिंचाई करने गए थे जहां से दंपति गायब हो गये। घटना की छानबीन पुलिस कर रही थी। तभी उन्हें जानकारी हुई कि बगल गांव अकबरपुर निवासी पूर्व प्रधान कमलेश सिंह व उनके भाइयों का दंपत्ति जिस खेत की सिंचाई कर रहे थे उसी से सटा उक्त आरोपितों का भी खेत हैं जिसकी सुरक्षा के लिए नंगे तार की बाढ़ घेर उसमें विद्युत करंट प्रवाहित किया गया था। उधर गायब दंपति की पुत्री सरिता ने भी थाने में तहरीर देकर ऐसा ही आरोप लगाया था। पुलिस सक्रिय होकर उनकी तलाश शुरू कर दिया। 7 जनवरी को आरोपित पूर्व प्रधान कमलेश सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपित ने स्वीकार किया उस दिन रविवार की सुबह तार में प्रवाहित करंट से दंपति के मौत की जानकारी होते ही हमारे हाथ पांव फूल गए। हम अपने भाई अखिलेश संग भागते हुए मौके पर पहुंचे। कानून के भय से साक्ष्य छुपाने के लिए दोनों शव को वाहन में लाद सरपतहां थाना क्षेत्र के बासूपुर गांव की नहर में फेंक दिया था। आवश्यक कार्रवाई के बाद उन्हें चालान न्यायालय भेज दिया गया था। उनकी निशानदेही पर पुलिस लगातार शवों की तलाश कर रही थी। नहर का पानी भी रोक दिया गया था। सोमवार को वहां से लगभग 2 किमी दूर शेखाईं गांव में नहर से पत्नी किस्मत्ती देवी का शव बरामद किया गया था। 24 घंटे के भीतर मंगलवार को पुलिस ने नहर से पति रामचरित्तर का भी शव बरामद कर लिया।
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