वाराणसी। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के एक वर्ष पूरे होने पर जहां पूरे देश में उत्साह और उल्लास का माहौल है, वहीं वाराणसी के लालपुर पांडेयपुर क्षेत्र में आयोजित रैली के दौरान हिंसा और अराजकता की घटनाएं प्रकाश में आई हैं। इस घटना ने आयोजन की पवित्रता और उसमें शामिल कुछ लोगों की मंशा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार
बुधवार को पांडेयपुर भक्ति नगर कॉलोनी से कचहरी चौराहे तक एक भव्य जन रैली का आयोजन किया गया था। शुरुआत में रैली शांतिपूर्ण थी, लेकिन लालपुर क्षेत्र में पहुंचते ही भीड़ में मौजूद कुछ अराजकतत्वों ने स्थानीय दुकानदारों, राहगीरों और रिक्शा चालकों से मारपीट शुरू कर दी। यह घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई, और इसका फुटेज तेजी से वायरल हो रहा है।
पांडेपुर व्यापार मंडल के अध्यक्ष हृदय गुप्ता ने बताया कि घटना की सूचना मिलने पर जब मैं मौके पर पहुंचा तो पता चला कि रैली के दौरान बिना किसी कारण लोगों के साथ मारपीट की गई। हम पुलिस से मामले की शिकायत करेंगे और अराजकतत्वों पर कार्रवाई की मांग करेंगे।
व्यापार मंडल के सदस्य विशाल गुप्ता ने बताया कि जब उन्होंने अपनी दुकान के सामने वाहन खड़ा करने से मना किया, तो रैली में शामिल कुछ लोगों ने उनके साथ मारपीट की। संदीप गुप्ता ने कहा कि जब उन्होंने इस हरकत का विरोध किया, तो रैली में शामिल लोग और आक्रामक हो गए। उन्होंने रिक्शा चालकों और ट्रॉली वालों के साथ भी मारपीट की, जिसमें करीब 5-6 लोग घायल हो गए।
स्थानीय लोगों का कहना है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा एक ऐतिहासिक और पवित्र घटना है, जो 500 वर्षों के त्याग और तपस्या का परिणाम है। ऐसे में इस अलौकिक कार्यक्रम की पहली वर्षगांठ पर इस तरह की घटना कई सवाल खड़े करती है।
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