Jaunpur : ​अधिवक्ता संशोधन विधेयक के विरोध में ट्रेजरी व रजिस्ट्री कार्यालय कराया गया बन्द

जौनपुर। प्रस्तावित अधिवक्ता संशोधन विधेयक-2025 के विरोध में बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश के आह्वान पर दीवानी बार के अध्यक्ष सुभाष चन्द्र यादव व मंत्री रण बहादुर यादव के नेतृत्व में अधिवक्ता जुलूस की शक्ल में नारेबाजी प्रदर्शन करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। कलेक्ट्रेट अध्यक्ष घनश्याम सिंह, मंत्री मनोज मिश्रा सहित अन्य अधिवक्ताओं के साथ ट्रेजरी व रजिस्ट्री कार्यालय का घेराव कर दोनों कार्यालय बंद कराया। सरकार विरोधी नारेबाजी व प्रदर्शन किया। साथ ही कहा अधिवक्ता अधिनियम में संशोधन अधिवक्ताओं के हितों व उनकी स्वतंत्रता पर हमला है। इस भयावह काले कानून के विरोध में पूरे देश के अधिवक्ता लामबन्द व आंदोलित हैं। यदि काला कानून वापस नहीं हुआ तो सरकार के राजस्व के स्रोत आबकारी विभाग, ट्रेन, रोडवेज, आरटीओ को बंद कराएंगे। अधिवक्ताओं की एक पार्टी बनाई जाएगी जो पूरे देश में चुनाव लड़ेगी। विधानसभा और लोकसभा में हर जनपद में अधिवक्ताओं के लिए सीट सुरक्षित होनी चाहिए। सरकार को अपनी ताकत का एहसास दिलाएंगे। अधिवक्ताओं का आंदोलन जारी रहेगा और विधेयक सरकार को वापस लेना पड़ेगा। एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट की मांग पूरी करने के बजाय अधिवक्ताओं पर काला कानून थोपा जा रहा है। इसके गंभीर परिणाम होंगे। आंदोलन में पूर्व अध्यक्ष तेज बहादुर सिंह, सत्येंद्र बहादुर सिंह, ब्रजनाथ पाठक, समर बहादुर यादव, रमेश चंद्र उपाध्याय, हिमांशु श्रीवास्तव, जय प्रकाश कामरेड, ज्ञानेंद्र दुबे, मोहम्मद उस्मान, विनोद श्रीवास्तव, यशवंत ओझा, अजीत सिंह, ओम प्रकाश पाल, सुरेंद्र प्रजापति, पंकज त्रिपाठी, सीपी दुबे, अरविंद मौर्य, भारत सिंह, तुलसीराम यादव, इंद्रजीत पाल, अरविंद सिंह, घनश्याम यादव, राजकुमार यादव, मंजू शास्त्री, श्रवण यादव, बाढ़ू राम सोनकर, दान बहादुर यादव, सुधीर सिंह, श्रीप्रकाश यादव, रामदेवल यादव, विजय कनौजिया, लाल प्रताप यादव, बृजेश निषाद, निलेश निषाद, मुकेश निषाद, अवधेश यादव, रत्नेश अस्थाना, शैलेश मिश्र, मंजीत कौर, रीता सरोज, पद्माकर उपाध्याय, शहंशाह हुसैन, मृत्युंजय तिवारी, अरविंद तिवारी, राना प्रताप सिंह, सूर्यमणि पांडेय, शशांक दुबे, विवेक तिवारी, प्रवीण यादव, सत्येंद्र यादव, संदीप यादव, जरगाम अहसन, आशुतोष यादव, क्षितिज तिवारी, रामा यादव, विनय उपाध्याय, पंकज गौतम, अतुल श्रीवास्तव सहित तमाम अधिवक्ता उपस्थित थे।

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