शेर बहादुर यादव
सिकरारा, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र में ही नहीं पूरे प्रदेश के किसान आवारा पशुओं से परेशान है। आज दलहन, तिलहन व सब्जियों के भाव आसमान पर हैं। आज की स्थिति यह है कि किसानों के यहां अरहर, मटर, उड़द, सब्जियों की खेती नहीं हो पा रही है, क्योंकि इन फसलों पर नील गायों के साथ-साथ आवारा पशुओं का भी आतंक बना हुआ है, जिससे किसान उक्त सारी फसलों को पैदा नहीं कर पा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इन आवारा पशुओं से किसानों की फसलों को बचाने के लिए भरपूर प्रयास किया जा रहा है, जिसके लिए बड़ी-बड़ी गौशालाएं खोली जा रही हैं, फिर भी कुछ लापरवाह पशुपालक अपने-अपने पशुओं को लावारिस रूप में छोड़ देते हैं जिससे सबको समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। वे पशुपालक तो अपनी फसल बचा लेते हैं, लेकिन वहीं आवारा पशु दूसरे किसानों की फसलों को बर्बाद करते रहते हैं। सरकार द्वारा आवारा पशुओं को इकट्ठा रखने के लिए करोड़ों रुपया पानी की तरह बहाया जा रहा है, जो रुपया सरकार द्वारा पशुशालाओं पर खर्च किया जा रहा है। वहीं रुपया जिन किसानों के पास जिन पशुपालकों के पास पशुओं की संख्या अधिक है। उन्हीं लोगों को चिन्हित करके उनके यहां निजी गौशालाएं बनवाई जाए और पशुओं के चारे के लिए जो रुपया सरकार द्वारा पशुशालाओं में भेजी जाती है वहीं रुपया पशुपालकों के खाते में भेजी जाए तो समस्या का समाधान हो जाएगा। सरकार को इस बात पर विचार करना चाहिए कि बड़ी-बड़ी गौशालाएं खोलने के बावजूद भी आवारा पशु फसलों को बर्बाद करते हुए भारी मात्रा में देखे जा रहे हैं। जब पशुपालकों के खाते में सीधे सरकार द्वारा पैसा भेजा जाएगा तो पशुपालक अपने पशुओं को आराम से चारा खिला पाएंगे उनको छोड़ने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी तब किसानों और पशुपालकों के यहां पशु सुरक्षित रहेंगे।Jaunpur News : किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे आवारा पशु
byटीम संचार सेतु
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